स्वस्थ जीवन कैसे जिएं-स्वस्थ रहने के 7 सबसे आसान उपाय

स्वस्थ रहने के सबसे आसान 7 उपाय
स्वस्थ रहने के सबसे आसान उपाय

स्वस्थ जीवन हमारा अधिकार है और मानव-गरिमा का आधार भी! दवाओं और डॉक्टरों की मदद से आप किसी रोग का इलाज पा सकते हैं, स्वास्थ्य नहीं। स्वास्थ्य आपको अपने प्रयासों और जीवनशैली से ही पाना होगा। ध्यान रखिए, जीवन में खुश रहने की आवश्यक बातों में ‘स्वस्थ जीवन’ अधारभूत तत्व है। …और, खुशहाली देने वाला स्वास्थ्य सिक्स-पैक्स बनाने जैसा मुश्किल नहीं, आसान है- बेहद आसान! बस कुछ सरल उपायों को नियमित अपनाकर हम स्वस्थ्य जीवन का अनंद उठा सकते हैं। ऐसे ही कुछ उपायों को सावधानी से चुनकर उनका परीक्षण कर इस आलेख में आपके लिए पेश किया गया है। तो आइए प्रस्तुत आलेख ‘स्वस्थ जीवन कैसे जिएं-स्वस्थ रहने के 7 आसान उपाय’ में जानते हैं क्या हैं स्वस्थ रहने के सबसे आसान उपाय?

स्वस्थ जीवन कैसे जिएं – स्वस्थ रहने के सबसे आसान 7 उपाय

आप किसी भी उम्र की महिला हैं या पुरुष, स्वस्थ जीवन कैसे जिएं यह सवाल मन में जरूर उठता होगा। स्वस्थ्य रहने के ये 7 उपाय इतने आसान और सहज हैं कि आप इन्हें कहीं भी अपना सकते हैं। आप छात्र हैं या कॉरपोरेट दफ्तर में काम करते हैं, किसान हैं या स्टार्ट-अप, या फिर घर को मुस्तैदी से संभालने वाली मां आपके लिए ये उपाय बेहद कारगर हैं। आप बस यूं ही पढ़कर इन्हें छोड़ न दें, बल्कि कम से कम एक सप्ताह इन्हें आजमा कर देखें।

1.सुबह उठकर सबसे पहले भरपूर पानी पिएं

स्वस्थ जीवन के सरल उपाय

आपका खाली पेट सहजता से जितना पानी स्वीकार करे उतना पिएं। एक गिलास से शुरू कर धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाई जा सकती है। इसके तीन फायदे हैं : (i) ब्लड सर्कुलेशन के जरिए पूरे शरीर से विषाक्त पदार्थों का बाहर निकलना  (ii) मोशन में सहूलियत और पेट साफ होना (iii) पेट की एसिडिटी कंट्रोल करने में मदद।

2.कम खाएं और भूख लगने पर ही खाएं

याद रखें भूख तभी लगती है जब हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम भोजन ग्रहण करने और उसे पचाने के लिए तैयार होता है। केवल रुटीन पालन के लिए खा लेना डाइजेस्टिव सिस्टम पर अनावश्यक बोझ डालता है। हमारी चुस्ती-फुर्ती कम हो जाती है। शरीर की स्वाभाविक क्रिया में बाधा पड़ती है और हम धीरे-धीरे बीमारियों की ओर बढ़ लगते हैं। इसलिए भूख लगने पर ही खाएं और भूख से कम खाएं।

3. नींद पूरी करें

नींद हमारी सभी बीमारियों की आधी दवा है। नींद में हमारे शरीर की बायो एनर्जी रिचार्ज होने के लिए समय मिलता है। शरीर का हर अंग थकान मुक्त होकर फिर से काम करने के लिए तैयार हो जाता है। याददश्त दुरुस्त रहती है और निर्णय लेने और मानसिक दबाव झेलने के लिए हमें अधिक सहूलियत मिलती है। रोगों से लड़ने की शरीर की कुदरती क्षमता मजबूत होती है।

स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम

4. प्रतिदिन हल्का व्यायाम करें

स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। व्यायाम से शरीर को हल्का रखने, शरीर की बाहरी और आंतरिक अंगों की चर्बी कम करने, मांसपेशियों और हड्डियों के जोड़ों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद मिलती है। कैलोरी की गैर-जरूरी मात्रा छुटकारा से मिलती है जो शरीर के अंदर जमा होकर अनेक बीमारियों की वजह बनती है। स्टैमिना बढ़ती है, शरीर अधिक काम कर पाता है और रोजमर्रा की गतिविधियों में थकान कम होती है। मन को तनाव की धारा से दूर हटाने में मदद मिलती है। कुल मिलाकर, जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है।

5. सहज प्राणायाम करें

व्यायाम के बाद, काम के बीच छोटे ब्रेक में, गाड़ी में, दफ्तर में अपनी सीट पर कहीं भी इसे किया जा सकता है। जिस भी पोजिशन में हों शरीर को ढीला रखें, रीढ़ सीधी रखें ताकि पेट या सीने पर कोई सिकुड़न या दबाव न हो। धीरे-धीरे लंबी सांस अंदर लें कि पेट और फेफड़ा पूरी तरह सांस से भर जाए। फिर बिना जबरदस्ती किए सहज रूप से कुछ सेकेंड सांस रोकें रहें और फिर धीरे-धीरे आनंद के साथ सांस छोड़ते जाएं। सांस अंदर लेना इस तरह हो कि आप पेट में हवा भरते हुए धीरे-धीरे फेफड़े की ओर बढ़ें और सांस छोड़ते वक्त फेफड़े की हवा निकालते हुए पेट की तरफ बढ़ें।

6. मन कोरा करें

कोरा मन स्वस्थ्य जीवन का आधार है। स्वस्थ रहने के सबसे आसान उपायों में यह सबसे खास है। हमारा मन कंप्यूटर के स्टोरेज डिवाइस या कैमरी के मेमोरी कार्ड की तरह है। उसे फॉर्मेट करें। दिन में चाहे जितनी बार, जब कभी वक्त मिले शांत रहकर मन को उसमें उठने वाले विचारों से पूरी तरह खाली करने का अभ्यास कीजिए। इसे बिंदु 5 में बताए गए सहज प्राणायाम के साथ करें। मन का सारा फोकस आती-जाती सांसों पर रखिए। विचारों के तरंग उठेंगे। उन्हें रोकने की कोशिश मत कीजिए। उन्हें उनके हाल पर छोड़ दीजिए और आप आती-जाती सांसों के साथ व्यस्त रहिए। एक बार में एक मिनट के लिए सही, मन को विचारों से मुक्त होने दीजिए।

साफ-सुथरा मन स्वस्थ जीवन का आधार

7. मन की आंखों से खुद को देखें

अपने शरीर को पूरी गहराई से अनुभव कीजिए। सोने से पहले और सुबह जागने पर बिस्तर पर लेटे हुए आंखे बंद किए मन की आंखों से अपना सारा शरीर देखिए। इस दौरान शरीर का हर अंग पूरी तरह ढीला छोड़िए। आपका शरीर भोजन से बना है। अनाजों, फल सब्जियों के रूप में यह भोजन हवा, सूरज की ऊर्जा, धरती से पानी और पोषक तत्वों से मिलकर बना है। आप हवा, सूरज की ऊर्जा, धरती की नमी और पोषक तत्वों को अपने भीतर अनुभव कीजिए। महसूस कीजिए किस तरह आपका शरीर ब्रह्मांड के कण-कण से जुड़ा है।

बिना किसी ताम-झाम, साधन और खर्चे के ये मामूली से दिखने वाले आसान उपाय स्वस्थ जीवन की चाबी की तरह हैं। इन्हें अपनाकर स्वस्थ्य जीवन की तरफ कदम बढ़ाइए। दुनिया आपके साथ-साथ औरों के लिए भी सुंदर बनेगी!

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फलसफा यही कि चलते रहना, सीखते रहना और बांटते रहना। अपने बारे में मुझे लगता है यही काफी है, बाकी हम भी आपकी तरह ही हैं।

4 Comments

  1. I practice daily. But I have keen desire to know about all practices of PRANAYAM. Please write about all possible steps and types of PRANAYAM in details. Thanks

    • Yes Tarkeswar bhai, I will try… and it will be there on the blog soon and thank you so much for your apt reading! I hope wideangleoflife.com will serve you better!!

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