भगत-सिंह के 21 क्रांतिकारी विचार- Bhagat Singh’s Quotes

भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार - भगत सिंह के प्रेरक कथन

शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म अविभाजित भारत में पंजाब प्रांत के जिला लायलपुर में एक सिख परिवार में 28 सितंबर 1906 को हुआ था। लाहौर के नेशनल कॉलेज की पढ़ाई छोड़कर 1926 में उन्होंने ‘नौजवान सभा’ की स्थापना की और ब्रिटिश हुकूमत के प्रत्यक्ष विरोध का रास्ता चुना। लाला लाजपत राय पर लाठी प्रहार करवाने के दोषी पुलिस अधिकारी सांडर्स की 17 दिसंबर 1928 को गोली मारकर हत्या और 8 अप्रैल 1929 को दिल्ली के सेंट्रल असेंबली हॉल में बम विस्फोट उनकी प्रमुख क्रांतिकारी गतिविधियों में शुमार हैं। 23 मार्च 1931 को उन्हें सांडर्स हत्याकांड के दोषी के रूप में फांसी की सजा दे दी गई। भगत सिंह की फांसी पर महात्मा गांधी ने कहा था- “भगत सिंह और उनके साथी फांसी पाकर शहीद हो गए हैं।” आइए परिचित होते हैं भगत सिंह के विचारों से इस आलेख – “भगत-सिंह के 21 क्रांतिकारी विचार- Bhagat Singh’s Quotes in Hindi and English में।

सरदार भगत सिंह के 21 चुनिंदा कथन/कोट्स : Thoughts of Bhagat Singh in Hindi & English

इनकलाब जिंदाबाद! -भगत सिंह

Long Live Revolution! -Bhagat Singh

भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार - भगत सिंह के प्रेरक कथन
भगत-सिंह के 21 क्रांतिकारी विचार

“इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज़्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूं, तो इंक़लाब लिख जाता हूं।” -भगत सिंह

“सीने पर जो जख्म हैं सब फूलों के गुच्छे हैं, हमें पागल ही रहने दो, हम पागल ही अच्छे हैं।” -भगत सिंह

“राख का हर कण मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद है।“ -भगत सिंह

“Every tiny molecule of Ash is in motion with my heat.  I am such a Lunatic that I am free even in Jail.”

“वे मेरी हत्या कर सकते हैं, मेरे विचारों की नहीं। वे मेरा शरीर कुचल सकते हैं, मेरी आत्मा नहीं।” -सरदार भगत सिंह

भगत-सिंह के 21 क्रांतिकारी विचार

“They may kill me, but they cannot kill my ideas. They can crush my body, but they will not be able to crush my spirit” 

“प्रेमी पागल और कवि एक ही जीच से बने होते हैं।“ -भगत सिंह

“Lovers, lunatics and poets are made of the same stuff” 

“जो कोई भी प्रगति के लिए खड़ा होता उसे हर चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा और उसे चुनौती देनी होगी।“ -भगत सिंह

“Any man who stands for progress has to criticise, disbelieve and challenge every item of the old faith.”

शहीद भगत सिंह के कांतिकारी विचार

“मैं महत्वाकांक्षा, आशा और जीवन के प्रति आकर्षण से भरा हुआ हूं। पर मैं जरूरत पड़ने पर ये सब त्याग कर सकता हूं, और वही सच्चा बलिदान है।“ -भगत सिंह

“I am full of ambition and hope and charm of life. But I can renounce everything at the time of need’

“क्रांति मानवजाति का अपरिहार्य अधिकार है। आजादी हम सब का जन्मसिद्ध अधिकार है।” –भगत सिंह

“Revolution is an inalienable right of mankind. Freedom is an imperishable birth right of all”-

“यदि बहरों को सुनाना है तो, आवाज धमाकेदार होनी चाहिए।” –भगत सिंह

“If the deaf have to hear, the sound has to be very loud”

“कठोर आलोचना और स्वतंत्र चिंतन क्रांतिकारी सोच की दो विशेषताएं हैं।” –भगत सिंह

“Merciless criticism and independent thinking are two traits of revolutionary thinking.”

“क्रांति की शाब्दिक व्याख्या नहीं की जानी चाहिए। इस शब्द के सदुपयोग या दुरुपयोग करने वालों के हितों के अनुसार इस शब्द के साथ अनेक अर्थ और महत्व जुड़े हैं। शोषण के व्यवस्थित तंत्र को इस शब्द से रक्त-रंजित भय महसूस होता है। जबकि, क्रांतिकारियों के लिए यह एक पवित्र शब्द है।” –भगत सिंह

“One should not interpret the word ‘revolution’ in its literal sense. Various meanings and significance are attributed to this word, according to the interests of those who use or misuse it. For the established agencies of exploitation it conjures up a feeling of blood-stained horror. To the revolutionaries, it is a sacred phrase”

“बम और बंदूक से क्रांति नहीं आती। क्रांति की तलवार को विचारों के सान पर तेज करनी पड़ती है।” –भगत सिंह

“Bombs and pistols don’t make a revolution. The sword of revolution is sharpened on the whetting stone of ideas”

“श्रम ही समाज का वास्तविक पोषक है।“ -भगत सिंह

“Labour is the real sustainer of society”

“लोग स्थापित व्यवस्था के आदी हो जाते हैं और परिवर्तन के विचार से डरते हैं। इस आलसी वृत्ति को क्रांतिकारी वृत्ति से बदलना जरूरी है।“ -भगत सिंह

“People get accustomed to the established order of things and tremble at the idea of change. It is this lethargic spirit that needs be replaced by the revolutionary spirit”

“प्रयास करना आदमी का कर्तव्य है, सफलता अवसर और वातावरण पर निर्भर करती है।“ -भगत सिंह

 “man’s duty is to try and endeavour, success depends upon chance and environments.”

“बगावत क्रांति नहीं है। यह बस हमें क्रांति की ओर ले चलती है।“ -भगत सिंह

“A rebellion is not a revolution. It may ultimately lead to that end.”

“बुराई इसलिए नहीं बढ़ रही है कि बुरे लोग बढ़ गए हैं, बल्कि इसलिए बढ़ रही है क्योंकि बुराई सहन करने वाले लोग बढ़ गये है।” –भगत सिंह

“जिंदगी तो सिर्फ अपने कंधों पर जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं।” -भगत सिंह

“क़ानून की पवित्रता तभी तक बनी रह सकती है जब तक की वो लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति करे।” – भगत सिंह

“जिंदा रहने की ख्वाहिश कुदरती तौर पर मुझमें भी होनी चाहिए। मैं इसे छिपाना नहीं चाहता, लेकिन मेरा जिंदा रहना एक शर्त पर है । मैं कैद होकर या पाबंद होकर जिंदा रहना नहीं चाहता।” – भगत सिंह

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फलसफा यही कि चलते रहना, सीखते रहना और बांटते रहना। अपने बारे में मुझे लगता है यही काफी है, बाकी हम भी आपकी तरह ही हैं।

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