12 से 16 सेमी तक लंबी ये भारत की नन्ही चिड़ियां बहुत छोटी होती हैं। ये ऊंचे हिमालयी इलाकों को छोड़कर देश के तकरीबन हर हिस्से में पाई जाती हैं। केवल 14-22 ग्राम तक वजन वाली ये चिड़ियांं बहुत प्यारी और सुंदर हैं। अपनी पढ़ाई या काम-काज से समय निकाल कर कभी अपने पास के खेतों, नदी कछारों, झाड़ियों-झुरमुटों का चक्कर लगाइए, आपकी नजर इनपर जरूर पड़ेगी। कुछ देर इनकी संगत में बिताइए। इनकी बोली सुनिए। इनके फुदकने को, इनके खाने की तलाश को और इनके आपस में व्यवहार को देखिए। आप लौटकर घर आएंगे, तो आपके साथ अदृश्य खुशियां भी होंगी! मोबाइल फोन और कंप्ययूटर पर अनावश्यक बिताए जाने वाले समय में से थोड़ा समय निकालिए! बर्ड वाचिंग एक रोचक और स्वास्थ्यवर्धक शौक है। इसे अपनाइए!
6 नन्हे चुलबुल – खुली प्रकृति में रहने वाली भारत की नन्ही चिड़िया (6 small Indian birds)
Scaly Breasted Munia
गोरैया से थोड़ी छोटी, लगभग 12 सेंटीमीटर लंबी और औसतन 14 ग्राम वजन वाली मुनिया परिवार की यह खूबसूरत चिड़िया ऊंचे हिमालय को छोड़कर संपूर्ण भारत सहित ट्रॉपिकल (ऊष्ण-कटिबंधीय) दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी एशिया के अन्य देशों- पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, म्यनमार, थाइलैंड,कंबोडिया, लाओस, वियतनाम, दक्षिण-पूर्वी चीन, फिलिपाइंस में पाई जाती है। पेट और छाती पर काले-सफेद चकत्तों के कारण इसके नाम में ‘scaly breasted’ जुड़ा है। घास के बीज इसका पसंदीदा भोजन है। इसके अलावा यह झड़बेरियां और छोटे कीट बड़े मजे से खाती है। सामाजिक प्रवृत्ति की यह चिड़िया झुंड में रहना पसंद करती है। अब तक इसकी 11 उप-प्रजातियों (subspecies) की खोज हो चुकी है।
Red Avadavat
चटख लाल रंग की यह बेहद खूबसूरत चिड़िया है। इसे लाल मुनिया या स्ट्रॉबेरी फिंच भी कहते हैं। इसका आकार सामान्य गोरैया से मिलता-जुलता, यानी सिर से पूंछ तक की लंबाई में ये 15-16 सेमी की होती हैं। नर प्रायः चटख लाल रंग का होता है, जबकि मादा धूसर-भूरे रंग की होती है। दोनों की चोंच बड़े खूबसूरत तरीके से चटख लाल होती हैं। Scaly Breasted Munia की तरह ये भी ट्रॉपिकल (ऊष्ण-कटिबंधीय) दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी एशिया पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, वियतनाम, कंबोडिया, चीन में पाई जाती हैं। red avadavat या लाल मुनिया खुले घास के मैदानों, झाडियों, ज्वार-बाजरे के खेतों आदि में पाई जाती है। घास के दाने, ज्वार-बाजरे छोटे दाने इनके प्रिय भोजन हैं। स्केली ब्रेस्टेड मुनिया की तरह इन्हें भी झुंड में रहना पसंद है।
Jerdon’s Bushlark
आकार में गोरैया से छोटी लगभग 13-14 सेमी लंबाई वाली यह जर्डंस बुशलार्क चिड़िया दक्षिण भारत, पूर्वी-तटीय भारत और श्रीलंका में पाई जाती है। इसे खुले घास के मैदानों में रहना पसंद है। शरीर के ऊपरी हिस्से में हलके भूरे रंग के ऊपर छोटी-छोटी काली नुकीली चित्तियां होती हैं। नीचे पेट के हिस्से का रंग धूसर-भूरा होता है गरदन के आस-पास भी नुकीली काली चित्तियां होती हैं। घास में कीड़े तलाशना और पेड़ों की टहनियों और तार पर बैठना इसकी मुख्य आदतों में शुमार है।
Plain Prinia
गोरैया से छोटी 12-13 सेमी लंबाई वाली यह नन्हीं सी चिड़िया झाडियों में अपनी प्यारी चींची-चिट-चिट आवाज से आपका ध्यान आकृष्ट करेगी। भूरे-धूसर रंग वाली यह चिड़िया पूंछ खड़ी कर झाड़ियों में इधर से उधर फुदकती हुई अपने खाने की तलाश करती है। नन्हें कीड़े इनके प्रिय भोजन हैं। घास और झाड़ियों वाले खुले मैदान, पानी के पास उगी झाड़ियां, बगीचे और पार्क इनके प्रिय स्थल हैं। यह नन्ही चिड़िया भारत, पाकिस्तान, दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों और चीन के दक्षिणी इलाकों में पाई जाती है।
Ashy Prinia
प्लेन प्रिनिया से आकार में थोड़ी बड़े लेकिन गोरैया से थोड़ी छोटी 13-14 सेमी लंबी होती है। शरीर का ऊपरी हिस्सा हल्के स्लेटी रंग का होता है। नीचे पेट के हिस्से का रंग धूसर से लेकर हल्का पीला होता है। झाड़ियों से आती इसकी चिट-चिट, चिकी-चिकी की आवाज इसकी ओर आपका ध्यान खींचती है। प्लेन प्रिनिया की तरह ही यह भी पूंछ खड़ी कर झाड़ियों में फुदकती है। छोटे कीड़े इनके भी प्रिय आहार हैं।
Red-Rumped Swallow
रेड रंप्ड स्वॉलो यानी लाल पुट्ठे वाली अबाबील एक छोटी सी प्यारी चिड़िया है। आकार में यह गोरैया जितनी या उससे थोड़ी बड़ी होती है। यह यूरोप से लेकर एशिया के देशों के टेंपेरेट (शीतोष्ण) से लेकर ट्रॉपिकल (ऊष्ण-कटिबंधीय) जलवायु वाले इलाकों में पाई जाती है। भारत में यह हिमालय में 2100 मीटर की मध्यम ऊंचाई से लेकर संपूर्ण भारत के पहाड़ी-पठारी इलाकों, नदियों के कछारों वाले इलाकों में पाई जाती है। इनके घोंसले मिट्टी के बने होते हैं। घोंसला बनाने की मिट्टी ये चोंच से कीचड़ ढोती जमा करती हैं। इनके मिट्टी के घोंसले समूहों में होते हैं जिन्हें आप प्रायः पुलों के निचले हिस्से में, नदी किनारे बने मंदिरों, घरों आदि के मुंडेरों, पेडों की डालों से चिपके देख सकते हैं। इनके भोजन छोटे कीड़े-मकोड़े और बीज होते हैं।
भारत की इन नन्हीं चिड़ियों पर यह वीडियो देखें-
भारत/दक्षिण-एशिया की 10 नन्हीं चिड़ियां–video presentation Hindi
So nice post with good images/
Nice!
This article makes you live in nature and the world of feathers!! 👍
Really it is greatest joy to observe the actions of these little birds.